विश्व की सबसे भयानक बीमारी :- Tension is Dangerous
कैंसर (Cancer) को विश्व की सबसे भयानक बीमारी कहा जाता है, लेकिन विश्व की सबसे खतरनाक बीमारी कैंसर नहीं बल्कि तनाव (Depression) या चिंता है| कैंसर के कारण हर वर्ष लाखों लोगों की मृत्यु हो जाती है लेकिन तनाव (Stress) एक ऐसी बीमारी है, जो जीवित व्यक्ति को जिन्दा लाश बना देती है| ऐसा कहा जाता है कि 80% से ज्यादा बिमारियों का कारण तनाव है – More than 80% of Disease is Stress related|
मन के हारे हार है, मन के जीते जीत – Man Ke Haare Haar Hai Man Ke Jeete Jeet
व्यक्ति भले ही शारीरिक (Physically) रूप से असक्षम या बीमार हो लेकिन मानसिक रूप (Mentally) से स्वस्थ है तो उसे कोई नहीं हरा सकता| ऐसे कई प्रेरक व्यक्तित्व (Inspiring Personalities) है जिन्होंने अपने सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्मविश्वास की बदौलत जिंदगी को जीत लिया|
विल्मा रूडोल्फ (Wilma Rudolph) जिन्हें चार वर्ष की उम्र में पोलियो हो गया था और डॉक्टरों ने कह दिया था कि वह कभी भी चल नहीं पायेगी लेकिन वह विश्व की सबसे तेज धावक बनी| स्टीफन हाकिंग (Stephen hawking) जिन्हें 21 वर्ष की उम्र में एमीयोट्रोफिक लेटरल क्लोरोसिस रोग हो गया था और डॉक्टर ने यह कह दिया था कि हाकिंग दो वर्ष से ज्यादा समय तक जीवित नहीं रह पाएंगे लेकिन हाकिंग ने मौत को मात दे दी| दिमाग को छोड़ कर शेष सारे शरीर के निष्क्रिय हो जाने के बावजूद उन्होंने अपना शोध जारी रखा और आज वे विश्व के महान वैज्ञानिकों में से एक है। हरफनमौला क्रिकेटर युवराज सिंह जिन्हें कैंसर हो गया था लेकिन उन्होंने जल्द ही कैंसर को मात दे दी और क्रिकेट में वापसी कर ली|
अगर स्टीफन हाकिंग (Stephen hawking), विल्मा रूडोल्फ एंव युवराज सिंह जैसे लोगों ने हार मान ली होती तो शायद में यह लेख न लिख रहा होता| यह लोग इस बात के गवाह है कि अगर आप सकारात्मक सोचते है और स्वंय पर विश्वास रखते है तो आपके लिए “असंभव कुछ भी नहीं” – Nothing is Impossible|
वर्तमान में कोई तनाव नहीं:- Live in present
अगर हम अपनी समस्याओं और तनाव (Tension) के कारणों का विश्लेषण करेंगे तो पायेंगे कि हमारे 90% तनाव का कारण भूतकाल में या भविष्यकाल में है| इसका मतलब यह है कि वर्तमान में हमें कोई समस्या नहीं है और हमारे तनाव का कारण या तो भूतकाल की कोई घटना है या भविष्यकाल का डर (fear of future)|
भूतकाल के भूत को भूल जाइये – Forget The Past
अगर तनाव (Tension) का कारण भूतकाल में है तो इसका मतलब यह है कि हम अभी भी भूतकाल में अटके हुए है और हमने अभी तक भूतकाल की घटना को स्वीकार नहीं किया| जब तक हम उस घटना को स्वीकार नहीं करेंगे तब तक हम तनाव (Depression) रुपी वायरस को अपने दिमाग से हटा नहीं पाएंगे| भूतकाल तो अब चला गया है और अब इसका हम कुछ कर नहीं सकते| नकारात्मक सोच (Negative Thinking) के घोड़े बार-बार दौड़ाने से अच्छा यह है कि हम भूतकाल की उस घटना को सकारात्मक रूप से स्वीकार कर लें|
भविष्यकाल का भविष्य तो वर्तमान ही तय करेगा
अगर तनाव (Tension) का कारण भविष्यकाल का कोई डर है तो उसका भविष्य तो वर्तमान ही तय करेगा इसलिए अगर हम वर्तमान में जियेंगे तो भविष्य अच्छा ही होगा और अगर हम बार बार उस डर से डरते रहेंगे जो अभी तक पैदा ही नहीं हुआ तो फिर हम अपना वर्तमान ख़राब कर देंगे और हमारा यही वर्तमान हमारा भविष्य ख़राब कर देगा|
कल का कोई वजूद नहीं:-
हम बोलचाल में “कल” शब्द का प्रयोग करते है जैसे “मैं कल बाजार गया था” या “मैं कल आऊंगा”| लेकिन “कल” का कोई वजूद नहीं है| जो भूतकाल का “कल” है वो तो चला गया है और आज के दिन वह केवल एक स्वप्न है| जो आने वाला “कल” है वह कभी नहीं आएगा, जो भी आएगा वह “आज” बनकर ही आएगा|
इसलिए बेहतर यह है कि हम हमारे मन के घोड़े को लगाम दें और इसे “आज” में ले आएं नहीं तो इस घोड़े पर “तनाव” रुपी वायरस सवार हो जाएँगे और यह वायरस हमारे आत्मविश्वास (Self Confidence) को खोखला कर देंगा|
तनावमुक्त रहने का सीधा सा फंडा:- Tips to Be Stress Free
उस बारे में सोचना बंद कर दीजिये जो हमारे नियंत्रण में नहीं है| जो हमारे नियंत्रण में नहीं वो ऊपरवाले के नियंत्रण में है और अगर हम उन बातों को लेकर परेशान है जो हमारे नियंत्रण में नहीं तो इसका मतलब यह है कि हमें ऊपरवाले पर विश्वास नहीं है|वर्तमान में जीना सीख लीजिये – Live in Present|
धन्यवाद
शिल्पा अमित श्रीवास्तव
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